पाश्चात्य दर्शन

  • Title: पाश्चात्य दर्शन
  • Author: Dr. Shashi Bhargava
  • ISBN: 978-93-80929-18-7
  • Price: 1350
  • Format: Hardback
₹1350 ₹1370

आधुनिक युग का अरित्ववादी दर्शन व्यक्ति के जीवन , उनकी अनुभूतियों , आशाओं और निराशाओं आदि के लिए दर्शन के इसी महत्व पर जोर देता है। यह ताकिर्क अथवा प्रकृतिवादी व्यवस्था, विश्लेषणवादी बुदिध्वाद और मृपप्रया विचार के विरोध में एक विरोद है , जो कि दर्शन में प्राणमय केन्द्र को खोकर उनको एेसे सिध्दान्तों की बेकार खोज बना देते है , जिनका हमारा व्यवहारिक जीवन से कोई सम्बन्ध नही है। अरतु आधुनिक युग में फलवाद (Pragmatism) सत्य के व्यवहारिक मूल्य पर जोर देते है। मानवतावाद (Humansim) मानववादी कसौटी के प्रटेगोरियन सिध्दान्त भ्वउम डमदेनतं को पुनजीर्वित करता है। जॉन डिबी का साधनवाद (Instrumentalism) जीवन में सफल कर्म के साधन मात्र के रूप में ज्ञान और बुध्दि की व्याख्या करता है।

शशी भार्गव का जन्म बिहार के पटना जिले मेंं हअा था पटना शहर के एक सरकारी विधालय मेंं इन्होंने अारंभिक शिक्षा प्राप्त की। शहर की चकाचोंध बीच भी लेखिका ने लेखन को ही अात्मसात किया , जो लेकन के प्रति इनके लगाव को परिलशिता करता है। देश सेवा के लिए लेखन के अतिरिक्त सामाजिक और रानीतिक गतिविधियों मेंं भी अाप स्रकीय रूप से भाग लेती है। इसके अलावा लेखिका कई सामाजिक संस्थाओ से जुड़ी है।