भारतीय समाज और महिलाएँ , पुस्तक में समाज में महिलाओ की आधुनिकता को दर्शाते हुए समाज में उनके मानवाधिकार को दर्शाया गया है। वैदिक कल में स्त्री पुरुषो की स्थिति में समानता थी इस समय लड़कियों का उपनयन संस्कार होता था और यह भी ब्रहचर्य आश्रम में लड़को के सामान ही शिक्षा प्राप्त करती थी। इस कल में ऐसे उदहारण भी मिलते है जिनसे ज्ञात होता है की उस समय लड़के लड़कियों की शिक्षा साथ-साथ होती थी , सह -शिक्षा को बुरा नहीं माना जाता था।
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