सामुदायिक स्वास्थ्य

  • Title: सामुदायिक स्वास्थ्य
  • Author: Sangeeta Gupta
  • ISBN: 978-93-80929-99-6
  • Price: 995
  • Format: Hardback
₹995 ₹1015

स्वारथ्य को व्यक्ति के स्व और उसके परिवेश से तालमेल के रूप में परिभाषित किया जा है विकृति या रोग होने का कारण व्यक्ति के स्व ब्रहाद के नियमो से ताल-मेल न होना चिकित्सा का कार्य रोगात्मक चक्र में हस्तक्षेप करके प्रकृतिक संतुलन को कायम करना और उचित आहार और औषधी की सहायता से स्वरथ्य प्रकिया को दुबारा शुरू करना है औषधि का कार्य खोए हुआ संतुलन को फिर से प्राप्त करने के लिए संतुलन को फिर से प्राप्त करने के लिए प्रकृति की सहायता करना है ।

संगीता गुप्ता का जन्म 1966 में हुआ आपने बी . ए. एवं एम . ए . की उपाधि अर्जित की। इसके बाद बाद आप लेखन कार्य में संलग्न हो गयी। समाज के विकास पर आप की लेखनी कार्यरत है और आप समाज में महिलाओं के विकास हेतु सदैव तत्पर रहती है । आपकी चिंतनशैली समाजिक परिप्रेक्ष में जुझारु प्रवर्ति की है। गृहकार्य की व्यवस्तता के साथ -साथ आपने जो समाज के लिए समय दिया है वह अत्यंत सराहनीय है आप गरीब बच्चों की सहायता के लिए एक छोटी संरथा भी चलाती है। जो कि समाज के लिए एक उपयोगी एवं सराहनीय कार्य है आप महिला शिक्षा एवं स्वारथ्य लिए सदैव तत्पर रहती है है तथा एक छोटे से एन. जी . ओ . से जुडी है। आप वर्तमान में एन . सी . डी . कॉलेज नरवाना में एच . ओ . डी . के पद पर कार्यरत है।